THE BASIC PRINCIPLES OF SIDH KUNJIKA

The Basic Principles Of sidh kunjika

The Basic Principles Of sidh kunjika

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दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

No one of the limbs in the Chaṇḍī Pāṭhaḥ is able to conveying your complete secret in the Glory on the Goddess.

न सूक्तं नापि ध्यानं च, न न्यासो न च वार्चनम्।।

कुञ्जिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।

रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

श्री वासवी कन्यका परमेश्वरी अष्टोत्तर शत नामावलि

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

The daughter with the mountain who's entire in herself, who is additionally traveling inside the sky, assistance me achieve mastery around the chant in the Goddess of Devi Mahatmya/ Saptashati 

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः

नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि।

ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, website अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.

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